liveaapnews : 1 साल पूरा होने में अभी 6 महीने बाकी हैं. और उसमें भारत के पारंपरिक राम मंदिर की छत टपक रही है और पानी गिरने लगा है. राम लला का घर बारिश के पानी से भीग रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन किया था. बड़े धूमधाम से अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई. और केवल 5 महीने बाद, पहली मानसून के दौरान, यह देखा गया कि राम मंदिर की छत से पानी रिस रहा था।
इस संबंध में खुद मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने काम में लापरवाही और गुणवत्ता को लेकर शिकायत की है.
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि पहली बारिश में ही रामलला के गर्भगृह की छत टपक गई थी. मंदिर का निर्माण ठीक से नहीं हुआ. शनिवार की रात पहली बारिश के तुरंत बाद, उस छत से बारिश का पानी गिरने लगा जहां पुजारी रामलला की मूर्ति के सामने बैठते हैं, मूर्ति के कुछ हिस्सों और जहां लोग वीआईपी दर्शन के लिए खड़े होते हैं।
तबर ताबर इंजीनियरों की मौजूदगी के बाद भी मुख्य पुजारी ने सवाल उठाया कि यह घटना कैसे हुई ।
इतना ही नहीं मुख्य पुजारी ने यह भी शिकायत की कि राम मंदिर में पानी की उचित निकासी नहीं की गई है. उन्हें डर है कि अगर बारिश बढ़ी तो मंदिर में पूजा करने में दिक्कत होगी ।
शनिवार आधी रात को हुई भारी बारिश के बाद मंदिर परिसर से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं थी. इस बीच खबर पाकर मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र मंदिर पहुंचे और छत की मरम्मत कराने का आदेश दिया ।