Live aap news : यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि वसंत का अर्थ है नीम के पत्ते। शरीर की अंदर बाहर से खूबसूरती, बहुत काम आती है नीम की पत्तियां। और चैत्र का अर्थ है कि बंगाली रसोई में नीम की पत्तियों को तलना चाहिए।
गरमा गरम चावल के साथ तल कर नीम और बैंगन एक बार खाने के बाद बार बार खाने का मन करेगा. फाल्गुन चैत्र इन दो महीनों में नित्य नीम के पत्ते तले हुए खायें। साथ ही अगर आप एक मुट्ठी नीम की पत्तियां चबा सकते हैं या खाली पेट नीम की पत्ती का रस पी सकते हैं तो आपको कई फायदे मिलेंगे।
आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार, नीम की पत्तियां मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने से लेकर त्वचा पर काले धब्बे हटाने तक सब कुछ करती हैं।
कटने या जलने पर नीम की पत्तियों का रस घाव पर लगाने से लाभ होता है। नीम के पत्तों का रस पीने से शरीर की दुर्गंध और पसीना दूर होता है।
सर्दी जा चुकी है और वसंत आ गया है। यह रोग ऋतु परिवर्तन के समय सबसे अधिक फैलता है। ऐसे में आप इस दौरान नियमित रूप से नीम की पत्तियों का सेवन कर खुद को कई बीमारियों से सुरक्षित रख सकते हैं।
वसंत ऋतु में चेचक-हम-टाइफाइड बहुत खतरनाक होता है। इसलिए नीम का नियमित प्रयोग बसंत ऋतु की शुरुआत से ही शुरू कर दें।
एक नजर में –
1) पोषक तत्व – एक कप नीम की पत्तियों में केवल 35 ग्राम कैलोरी होती है। रोजाना एक कप नीम की पत्तियां खाने से ब्लड शुगर अंदर से नियंत्रित रहेगा। साथ ही जिन लोगों को शुगर नहीं होती, उन्हें डायबिटीज होने की संभावना भी कम हो जाती है।
2) दांतों और मुंह की सुरक्षा – अपने दांतों और मसूड़ों को किसी भी तरह के संक्रमण से दूर रखने के लिए नीम के टूथपेस्ट का प्रयोग करें या नीम के पत्तों को चबाएं और अपने दांतों को पेस्ट से रगड़ें।
3) बालों की देखभाल के लिए – बालों के झड़ने से डैंड्रफ की समस्या को दूर करने के लिए नीम का रस या नीम की पत्ती का उबला हुआ पानी सिर पर लगाएं, अगर नहीं है तो शैम्पू का इस्तेमाल करें। या नीम की पत्तियों में भिगोए हुए इस पानी को शैंपू करने के बाद इस्तेमाल करें।
4) गैस-अपच – गैस या बदहजमी की पुरानी समस्या से निजात पाने के लिए नीम बहुत अच्छा काम करता है। नीम की पत्ती का रस या भूनकर सेवन करें।
5) नीम का तेल- गर्मी के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इसलिए घर में नीम का तेल इस्तेमाल करने के साथ-साथ रोजाना नीम की पत्तियों का सेवन करें। नीम का तेल लगाने से मच्छरों का काटना कम होगा। और मलेरिया के काटने पर भी दूर रहें।
6) घर में हवा अच्छी रखने के लिए : नीम के पत्तों को सुखाकर रखें। शाम को अगरबत्ती चढ़ाते समय नीम की कुछ पत्तियां डाल दें। जितने कीड़े-मकौड़े घर से भाग जाएंगे, उन्हें घर में ताजी ऑक्सीजन मिलेगी।
शंकर चक्रवर्ती